दो शब्द
दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
Friday, 18 January 2013
खेल-खेल में - राकेश रोहित
खेल-खेल में बच्चे ने
आकाश सर पे उठा लिया,
बार-बार टकरा जाती थी
आकाश से उसकी गेंद!
आकाश में गेंद / राकेश रोहित
Saturday, 5 January 2013
संशय से परे - राकेश रोहित
करता हूँ तारीफ तुम्हारी
...और कुछ नहीं है
जो कर सकूँ
बिना किसी संशय के!
संशय से परे / राकेश रोहित
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