दो शब्द
दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
Saturday, 15 December 2012
उजली सुबह - राकेश रोहित
सुबह उठा तो तेरा नाम लिया
और तब से यह सुबह इतनी उजली है.
उजली सुबह / राकेश रोहित
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