दुनिया के सारे फूलों में एक दिन
एक साथ रंग आयेगा,
एक दिन मुस्करायेंगे
तेरे होठों पर मेरे नाम के दो शब्द!
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एक साथ रंग / राकेश रोहित |
तेरी याद भी जब छोड़ देती है साथ
तब सिर्फ कविता खड़ी होती है मेरे पास
जैसे अँधेरे में मोमबत्ती
सिर्फ मोम की तरह जलता हूँ मैं!
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तेरी याद / राकेश रोहित |