Friday 7 February 2014

प्रेमियों का एकांत - राकेश रोहित

...और जबकि इतनी धूप खिली है
प्यार कैसे तुमको छू रहा है
क्या अब भी आकाश के किसी कोने में
प्रेमियों का एकांत है

प्रेमियों का एकांत / राकेश रोहित 

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