दो शब्द
दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
Friday, 7 February 2014
प्रेमियों का एकांत - राकेश रोहित
...
और
जबकि
इतनी
धूप
खिली
है
प्यार
कैसे
तुमको
छू
रहा
है
क्या
अब
भी
आकाश
के
किसी
कोने
में
प्रेमियों
का
एकांत
है
?
प्रेमियों का एकांत / राकेश रोहित
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