दो शब्द
दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
Sunday, 23 March 2014
पत्तों पर हरे रंग से नाम - राकेश रोहित
मैंने पत्तों पर हरे रंग से लिखा है तुम्हारा नाम
ना पढ़ो सही पर पत्तों पर अपना रंग तो देखो!
पत्तों पर अपना रंग देखो / राकेश रोहित
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