दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
चाहता हूँ कविता ऐसे रहे मेरे मन में जैसे तुम्हारे मन में रहता है प्रेम!
चाह मन की!सुंदर!
चाह मन की!
ReplyDeleteसुंदर!