दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
आप कहाँ मेरे दिल का कहा मानते हैं, माटी में छुपी कविता का रहस्य सिर्फ फूल जानते हैं!"
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