दो शब्द
दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
Sunday, 10 May 2015
मिलने आया चाँद - राकेश रोहित
दरवाजे बंद थे तो खिड़की के रास्ते चला आया चाँद
मिलने का मजा तब है जब दीवानों की तरह तू मिल!
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