दो शब्द
दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
Friday, 4 October 2013
उम्मीद और रोटियाँ - राकेश रोहित
उम्मीद और रोटियाँ
दो ही चीज बचायेंगी धरती को!
...और संशय की हर स्थिति में
संसार की सारी कविताएँ
इस सत्य के समर्थन में खड़ी होंगी.
जो धरती को बचायेंगे / राकेश रोहित
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