दो शब्द
दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
Sunday, 11 May 2014
तुम्हारी हँसी - राकेश रोहित
जितना भी कहूँ
,
कहने से कुछ रह जाता है
सिर्फ तुम्हारी हँसी में समाती है सारी बात।
तुम्हारी हँसी में समाती है सारी बात / राकेश रोहित
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